अमर प्रेम कथाएं
भारतीय संस्कृति में प्रेम को बेहद पवित्र और अनछुई-सी भावना समझा जाता है। आज हम बेशक वेलेंटाइन डे के रंग में रंगने लगे हों, लेकिन फरवरी में ही आने वाली बसंत पंचमी हमारी संस्कृति में प्रेम दिवस के रूप में ही मनाई जाती है। प्रेम की बात चली है तो कामदेव का िजक्र अनिवार्य है। ब्रह्मा के हृदय से निकले कामदेव प्रेम के देवता हैं। उनकी पत्नियां रति और प्रीति हैं, उनका वाहन तोता है और उनका सहचर बसंत है। अप्सराएं, गंधर्व और किन्नर उनके साथी हैं। कहा जाता है कि शिव के तीसरे नेत्र की अग्नि में कामदेव भस्म हो गए थे।
मशहूर प्रेम कथाओं में राधा-कृष्ण, शकुंतला-दुष्यंत, सावित्री-सत्यवान जैसी पौराणिक कथाओं के अलावा रानी रूपमती-बाज बहादुर, सलीम-अनारकली, हीर-रांझा, लैला-मजनूं, सोहनी-महिवाल, ढोला-मारू जैसे प्रेम चरित्रों की गाथाएं अमर हैं।
मंगलवार, 16 फ़रवरी 2010
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